महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने तथा आत्मनिर्भर बनाने हेतु सरकार द्वारा कई महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू की जा रही है, जिनका सीधा लाभ महिलाओं को दिया जा रहा है. ऐसे ही एक योजना महिलाओं को आर्थिक सहायता पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई है. इस योजना का नाम लखपति दीदी योजना है.
Rajasthan Budget 2024 में हुई योजना को लेकर बड़ी घोषणा
10 जुलाई 2024 को राजस्थान की वित्त मंत्री दिया कुमारी द्वारा राजस्थान का बजट पेश किया गया, जिसमें उन्होंने लखपति दीदी योजना को लेकर बड़ी घोषणा की है. लखपति दीदी योजना के तहत राजस्थान में पहले 5 लाख महिलाओं को आर्थिक सहायता दी जान दी, लेकिन अब राजस्थान बजट 2024 में इसे बढ़ाकर 15 लाख कर दिया गया है.
क्या है लखपति दीदी योजना?
केंद्र सरकार द्वारा लखपति दीदी योजना की शुरुआत इसी वर्ष जारी हुए 1 फरवरी 2024 को अंतरिम बजट में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा की गई थी. इस योजना के तहत 3 करोड़ महिलाओं को लखपति बनाने का लक्ष्य बनाया गया है. इसी योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना, रोजगार देना, उनकी लाइफस्टाइल को बेहतर बनाना तथा इनकम में बढ़ोतरी करना है.
इन महिलाओं को मिलेगा योजना का लाभ
अगर कोई भी महिला मोदी सरकार की लखपति दीदी योजना का लाभ लेना चाहते हैं, तो उन महिलाओं को स्वयं सहायता समूह से जुड़ना होगा. बता दे कि देश में करीब 83 लाख स्वयं सहायता समूह है, जिनमें करीब 9 करोड़ महिलाएं जुड़ी हुई है. इस योजना के तहत महिला स्वयं सहायता समूह से जुड़ी होने के बाद ही सरकार द्वारा फाइनेंशली और स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जाती है. इसके जरिए महिलाओं को कई स्किल सिखाई जाती है और उन्हें ट्रेनिंग के दौरान महिलाओं को खुद का बिजनेस शुरू करने के बारे में भी बताया जाता है.
स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग में महिलाओं को बिजनेस प्लान, मार्केटिंग, बजट, सेविंग और इन्वेस्टमेंट के बारे में सभी जानकारियां उपलब्ध करवाई जाती है. ताकि महिलाएं अपना खुद का बिजनेस शुरू करके आत्मनिर्भर बन सकती है.
“लखपति दीदी” का मतलब यह होता है कि ऐसी महिला जो सालाना कम से कम एक लाख रुपए इनकम करने योग्य होती है, उन्हें लखपति दीदी कहा जा रहा है.
सरकार ₹5 लाख रुपए तक करती है मदद
जो भी महिलाएं स्वयं सहायता समूह से जुड़ी हुई है उन्हें सरकार द्वारा फाइनेंशली और स्किल डेवलपमेंट ट्रेनिंग दी जाती है. साथ में ही पात्र महिलाओं को अपना खुद का बिजनेस शुरू करने के लिए 1 लाख रुपए से लेकर ₹5 लाख रुपए तक का ब्याज मुक्त राशि आर्थिक सहायता के रूप में दी जाती है. इसके अलावा उन्हें मार्केटिंग सपोर्ट जैसे कई सुविधाएं भी उपलब्ध करवाई जाती है, ताकि वह योजना का लाभ लेकर अपने रोजगार की मदद से वह लखपति बन सकती है.